How to heal yourself with your mind/अपने आप को केसे ठीक करें

How to heal yourself with your mind/अपने आप को केसे ठीक करें


Postive thoughts
Belief -A true story

अपका belief system आपकी सबे बडी ताकत है इस belief से आप बड़ी से बड़ी बीमारी को अपनी समझ अपनी सोच अपनी internal power से अपनी body को पुरा ठीक कर सकते हो और इस बात को वैज्ञानिक भी मानते हैं हमारे शरीर में 90% रोग हमारी सोच के कारण उत्पन्न होते हैं क्योंकि हम रोग को रोग मानकर बेठ जाते है 
जब हमें कभी कोई बड़ा, छोटा घांव या कट लग जाता है तो हम सोचते हैं कोई बात नहीं है ठीक हो जाएगा और वह एक-दो दिन में भर जाता है जल्दी ठीक हो जाता है वैसे ही हम अपने अंदर के रोग क्यों नहीं ठीक कर सकते हैं कर सकते हैं लेकिन हम कोशिश नही करते 


जब हम अपने इरादे से हमारी ऊर्जा ठीक करते हैं तो हम वास्तव में शारीरिक रूप से, मानसिक रूप से, भावनात्मक और आध्यात्मिक रूप से अपने जीवन को बदल सकते हैं।




यह बहुत ही आसान है अपको कोई meditation में नही बेठना ना ही कोई physical work करना है यह बड़ा आसान तरीका है you have to just change your thoughts from negative to positive .सिर्फ अच्छा सोचना है की मेरा आज का दिन मेरे कल से बेहतर हैै , आज में कल से जयादा अच्छा हूं, आपके ऐसा करने से आप जल्दी ही एक positive ओर healthy life की ओर बड सकते हो |

How to heal yourself with your mind/अपने आप को केसे ठीक करें



यहां पर एक real story बताने जा रहा हु जिसे पढकर आप खुद सोचने को मजबुर हो जाओगे की हां ऐसा भी होता है 

ये बात हे 1957 की अमेरिका के प्रतिष्ठित डॉक्टर थे डा. West जो की एक wright नाम के केंसर मरीज का इलाज कर रहे थे , wright को lymphosarcoma cancer था , wright की हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही थी उस पर सभी उपचार असफल हो रहे थे राइट के पेट गर्दन ओर छाती में बडे tumor हो गए थे उनके liver और spleen का साईज भी बड़ गया था और इस की वजह से उन्के लीवर मै infection बड गई जिससे उन्के लीवर मै पस पड गयी जिसे बराबर निकालना पडता था ताकि वे असानी से साँस ले सके डा. वैस्ट को अब लगने लगा की उन्के पास अब ज्यादा से ज्यादा से एक सप्ताह ही है ,लेकिन wright अभी ओर जीना चाहते थे |
डा.वैस्ट ने उनको एक दवाई के बारे में बताया जो कि अंडर ट्रायल थी Krebiozen , मिस्टर राईट ने अपनी सारी आशाएं उस मेडिसन पर लगा दी लेकिन डॉक्टर ने कहां की ये दवाई सिर्फ उन लोगों के लिए है जिन लोगों को विश्वास है कि मैं कम से कम 3 महीने तक यह पूरा ट्रीटमेंट करूंगा ,लेकिन तुम्हारी हालत ज्यादा खराब है ,
लेकिन mr. राइट ने हार नहीं मानी।उसने डा.से कहा की आप मेरा इलाज इस दवा से शुरु करें 

How to heal yourself



वह तब तक चुप नहीं बैठा जब तक डॉक्टर ने उसे Krebiozen के इंजेक्शन नहीं दिए, डा. ने उसे friday को inj. दिया
सोमवार को डा. जब सुबह आया तो उसने देखा की मरीज बिस्तर से उठकर चल रहा है ओर mr. west का tumor बिल्कुल आधे साईज का हो चुका था जेसे कोई बर्फ का गोला आग पर रखे पिघल गया हो डॉक्टर west ने 10 दिन बाद wright को छुट्टी दे दी और क्योंकि उसका कैंसर पूरा ठीक हो चुका था

मिस्टर राइट उस दवा को एक चमत्कारी दवा मानकर सराह रहे थे लेकिन जब 2 महीने बाद उन्होंने एक लिटरेचर में krebiozen बारे में पढ़ा कि यह दवा कैंसर ट्रायल पर सफल नहीं रही तो वो गहरे अवसाद में चले गए और कुछ दिनो बाद उन्हें दोबारा कैंसर हो गया
लेकिन इस बार डॉक्टर वैस्ट अपने मरीज को ऐसे बीमार होता नहीं देखना चाहते थे, उन्होंने मिस्टर राईट से कहा कि शुरुआती दवाई का batch कुछ कारणों की वजह से खराब हो गया था इसलिए उसकी गुणवत्ता अच्छी नहीं रही, इन्हीं कारणों से उसकी नेगेटिव रिपोर्ट आई लेकिन जो आपको बाद मै दवाई दी थी वह दुसरे बैच वाली थी वो जिसकी strength ओर quality दोनो best थी, (dr. ने इस बार कोरा झुठ बोला था )
dr. west ने इसबार फिर से मिस्टर राइट को इंजेक्शन दिए लेकिन इस बार उन्होंने दवाई की बजाय डिस्टिल वाटर का यूज़ किया और एक बार फिर वैसे ही करिश्मा हुआ जेसा पिछली बार हुआ था मिस्टर राइट का ट्यूमर बिल्कुल ठीक हो चुका था उसकी infection. भी बिल्कुल खत्म हो चुकी थी और वह 2 महीने तक बिल्कुल ठीक हो चुके थे
फिर अमेरिकी मेडिकल एसोसिएशन ने यह घोषणा की कि क्रेबियोज़न के राष्ट्रव्यापी अध्ययन से साबित हुआ कि दवा पूरी तरह से बेकार थी। ओर इस बार, राइट ने जब ये पड़ा तो उसने अपने इलाज में सारा विश्वास खो दिए। उसका कैंसर फिर से वापस आया, और दो दिन बाद उसकी मृत्यु हो गई। अगर राईट अपने उपर विशवास रखते जेसे पहले रखा तो शायद वो जिन्दा रह्ते लेकिन उन्के विशवास की कमी ओर उन्के डर ने उनको हरा दिया |

ऐसा ही है हमारा belief system हे आप जेसा सोचोगे वेसा ही होने लगता है|

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